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एआई एक्शन समिट: पीएम मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस की मुलाकात, भारत करेगा अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पेरिस में आयोजित एआई एक्शन समिट के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की। पीएम मोदी ने इस भेंट को “सार्थक और सकारात्मक वार्ता” बताया।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा:
“पेरिस में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मिलकर खुशी हुई।”

इस दौरान, गुटेरेस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के न्यायसंगत उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि एआई को वैश्विक विभाजन को बढ़ाने के बजाय सभी देशों को समान रूप से लाभ पहुंचाने के लिए उपयोग किया जाना चाहिए।

🔹 एआई को विकसित और विकासशील देशों की खाई को पाटना चाहिए – गुटेरेस

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एआई से जुड़े वैश्विक भू-राजनीतिक प्रभावों पर चिंता जताई और कहा कि इस तकनीक को “संपन्न” और “वंचित” के बीच की खाई को और अधिक गहरा नहीं करना चाहिए।

गुटेरेस का बयान:
“हमें एआई ‘संपन्न’ और ‘वंचित’ की दुनिया को रोकना चाहिए। एआई को विकसित और विकासशील देशों के बीच की खाई को पाटना चाहिए – इसे और बढ़ाना नहीं चाहिए।”

उन्होंने एआई के लिए वैश्विक नियमों और नैतिकता के मानकों को स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह तकनीक सभी के लिए समान अवसर लाए।

🔹 पीएम मोदी: “एआई मानवता के लिए कोड लिख रहा है”

प्रधानमंत्री मोदी ने एआई एक्शन समिट में अपने संबोधन में कहा:
✔️ “दुनिया एआई युग की शुरुआत में है, और यह तकनीक तेजी से मानवता के लिए कोड लिख रही है।”
✔️ “एआई राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को नया आकार दे रहा है।”
✔️ “नियम केवल जोखिमों के प्रबंधन के लिए नहीं हैं, बल्कि नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक कल्याण के लिए भी हैं।”

🔹 पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ (विकासशील देशों) के लिए एआई की आसान पहुंच पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी और इसके जन-केंद्रित अनुप्रयोगों का लोकतंत्रीकरण किया जाना चाहिए, ताकि सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को वास्तविकता में बदला जा सके।

🔹 भारत में होगा अगला एआई एक्शन समिट

इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि भारत अगले एआई एक्शन समिट की मेजबानी करेगा।

🔹 भारत में होने वाले इस सम्मेलन का उद्देश्य:
✔️ एआई नवाचार को बढ़ावा देना
✔️ विकासशील देशों को एआई की तकनीक में भागीदार बनाना
✔️ एआई से जुड़े वैश्विक नियम और नैतिकता के मानकों को स्थापित करना

🔹 भारत बना रहा है अपना बड़ा भाषा मॉडल

🔹 पीएम मोदी ने भारत के एआई मिशन पर भी चर्चा की और बताया कि देश अपनी विविधता को ध्यान में रखते हुए अपना खुद का बड़ा भाषा मॉडल (Large Language Model – LLM) विकसित कर रहा है।

भारत की डिजिटल प्रगति:
✔️ 1.4 बिलियन भारतीयों के लिए खुली और सुलभ डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI) का निर्माण
✔️ आत्मनिर्भर एआई मॉडल विकसित करने की योजना
✔️ AI के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी को मजबूत करने का लक्ष्य

🔹 पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने अनुभव और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने के लिए तैयार है, ताकि एआई का लाभ सभी तक पहुंच सके।

🔹 भारत-फ्रांस की साझेदारी और AI का भविष्य

🔹 पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस मिलकर एआई को स्मार्ट और जिम्मेदार बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

भारत-फ्रांस की प्रमुख साझेदारी:
✔️ अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के माध्यम से स्थायी ऊर्जा समाधान
✔️ AI अनुसंधान और नवाचार में संयुक्त सहयोग
✔️ साझा तकनीकी विकास और विनिर्माण क्षमता का विस्तार

🔹 पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-फ्रांस की यह साझेदारी एआई के क्षेत्र में भी उतनी ही सफल होगी, जितनी ऊर्जा और स्थिरता के क्षेत्र में रही है।

एआई एक्शन समिट 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के बीच हुई यह महत्वपूर्ण बातचीत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के नैतिक और न्यायसंगत उपयोग को सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।