Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स का खतरा, मिला पहला केस; पढ़ें संक्रमित होने पर क्या करें
भारत में मंकीपॉक्स का खतरा तब बढ़ गया जब देश में इसका पहला मामला सामने आया। यह वायरस इंसानों में जानवरों से फैलता है और इसमें चेचक जैसी त्वचा पर फफोले, बुखार, सिरदर्द, और थकान जैसे लक्षण होते हैं। भारत में मंकीपॉक्स के संक्रमण के मामले सामने आने से चिंता बढ़ गई है, लेकिन इसकी रोकथाम और प्रबंधन के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण:
- बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द
- त्वचा पर चकत्ते और फफोले
- गले में खराश, सूजन और थकान
क्या करें अगर आप संक्रमित हों:
- डॉक्टर से संपर्क करें: जैसे ही आपको मंकीपॉक्स के लक्षण महसूस हों, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और खुद को आइसोलेट करें।
- स्वास्थ्य सेवाओं से सहायता लें: चिकित्सकीय देखरेख में रहें और अस्पताल द्वारा दी गई सलाह का पालन करें।
- स्वच्छता बनाए रखें: अपने आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें और अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचें।
- आइसोलेशन: संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट करें ताकि संक्रमण और न फैले।
- फ्लू जैसे लक्षणों पर ध्यान दें: अगर आपको फ्लू जैसे लक्षण भी महसूस हों, तो सतर्क रहें और मास्क का प्रयोग करें।
रोकथाम के उपाय:
- संक्रमित लोगों और जानवरों के संपर्क से बचें।
- हाथ धोने की आदत बनाएं।
- स्वच्छता के नियमों का पालन करें।
हालांकि मंकीपॉक्स की गंभीरता कोरोना जैसी नहीं है, फिर भी इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। समय पर पहचान और सही देखभाल से इसे नियंत्रित किया जा सकता है