सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के मरीजों की भीड़, डेंगू का खतरा बढ़ा: मुरार सबसे संवेदनशील क्षेत्र
13 सितंबर 2024: शहर में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है, और सरकारी अस्पतालों की ओपीडी (आउटडोर पेशेंट डिपार्टमेंट) में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में तेजी आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले तीस से चालीस फीसदी मरीज बुखार से पीड़ित हैं, जिनमें से कई मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है।
डेंगू के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता
शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ा दी हैं। डॉक्टरों ने बुखार के मरीजों की डेंगू जांच कराना शुरू कर दिया है, और कई मरीजों में डेंगू पॉजिटिव पाया जा रहा है। मुरार क्षेत्र को डेंगू का सबसे संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है, जहाँ अब तक सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। मुरार में डेंगू के मामलों में तेजी ने प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने पर मजबूर कर दिया है।
मुरार, लश्कर, और ग्वालियर सबसे प्रभावित
शहर के मुरार क्षेत्र में डेंगू के सबसे अधिक केस दर्ज किए गए हैं, जो कि डेंगू के प्रसार का हॉटस्पॉट बन चुका है। इसके बाद लश्कर क्षेत्र दूसरे नंबर पर और उपनगर ग्वालियर तीसरे स्थान पर सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं। इन इलाकों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष टीमें भेजी जा रही हैं, जो फॉगिंग और कीटनाशक छिड़काव कर रही हैं।
अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या
सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुखार, सिरदर्द, और शरीर में दर्द की शिकायतें लेकर आने वाले मरीजों में से कई में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं। डॉक्टरों ने इन मरीजों की डेंगू जांच कराई, जिससे डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि हर बुखार वाले मरीज को डेंगू की जांच कराना जरूरी है, क्योंकि बुखार के अलावा डेंगू के अन्य लक्षण जैसे प्लेटलेट्स की कमी और शरीर में दर्द भी मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा है और लोगों से अपील की जा रही है कि वे अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें। इसके साथ ही नगर निगम की टीमें लगातार फॉगिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव कर रही हैं।
डॉक्टरों की सलाह
चिकित्सकों ने लोगों से अपील की है कि वे डेंगू से बचाव के लिए सतर्क रहें। यदि किसी व्यक्ति को लगातार बुखार, शरीर में तेज दर्द, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, या प्लेटलेट्स की कमी महसूस हो, तो तुरंत अस्पताल जाकर जांच कराएं। साथ ही, मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें और शाम के समय पूरे कपड़े पहनें।
निष्कर्ष
शहर में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और मुरार क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हो चुका है। लश्कर और उपनगर ग्वालियर में भी स्थिति चिंताजनक है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की ओर से कई उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन जनता की जागरूकता और सतर्कता ही इस खतरनाक बीमारी को नियंत्रित करने में सबसे अहम भूमिका निभाएगी।