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फडणवीस-ओवैसी की जुबानी जंग: महाराष्ट्र में ‘वोट जिहाद’ बनाम ‘धर्मयुद्ध’

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“ध्रुवीकरण की राजनीति: महाराष्ट्र में गरमाई फडणवीस-ओवैसी की बहस”

मुंबई की रैली में दिए गए फडणवीस के बयान का जवाब ओवैसी ने भी मुंबई से ही दिया। ओवैसी ने वोट युद्ध के मुद्दे पर बीजेपी नेता को घेरते हुए कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह के साथ मिलकर भी फडणवीस उनका मुकाबला नहीं कर सकते।

ओवैसी ने फिर पूछा कि अगर देश में वोट जिहाद चल रहा है बीजेपी अयोध्या की सीट कैसे हारी? उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कल तक लव जिहाद था, फिर लैंड जिहाद हुआ, फिर जॉब जिहाद हुआ और अब वोट जिहाद हुआ। फडणवीस को जिहाद के मायने नहीं पता।’

‘कुत्ता भी औरंगजेब की पहचान पर पेशाब नहीं करेगा’

ओवैसी पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा, ‘आजकल तो ओवैसी भी यहां आने लगे हैं। मेरे हैदराबादी भाई उधर ही रहना। इधर को मत आना। इधर तुम्हारा कोई काम नहीं है। यहां पर आकर हमें धमकियां दी जा रही हैं, और औरंगजेब का महिमामंडन हो रहा है।

मैं यह साफ-साफ बताना चाहता हूं कि भारत का जो सच्चा मुसलमान है, वह भी औरंगजेब को अपना हीरो नहीं मानता। औरंगजेब एक आक्रमणकारी था, जिसने हमारे देश पर आक्रमण किया था। इसलिए, ओवैसी जैसे नेताओं को यह समझ लेना चाहिए कि कुत्ता भी औरंगजेब की पहचान पर पेशाब नहीं करेगा।’

फडणवीस ने कहा, ‘अब तो हम तिरंगा लहराएंगे और पाकिस्तान के ऊपर भी तिरंगा फहराएंगे। गीदड़ों को उनकी जगह दिखाकर ही रहेंगे, और यही कारण है कि मैं आपसे यह निवेदन करना चाहता हूं कि इस बार का वोट आपके लिए नहीं है, बल्कि यह वोट आपकी आने वाली पीढ़ियों के लिए है।

अगर आप इस बात को नहीं समझेंगे और सोते रहेंगे तो ध्यान रखिए, आने वाले दिनों में आपका रहना भी मुश्किल हो जाएगा। आपको इस परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा। इसलिए एक ही नारा है, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। अगर हम एकजुट रहेंगे, तभी हम सुरक्षित रहेंगे।’

केवल 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है ओवैसी की पार्टी

बता दें कि महाराष्ट्र की सियासत में फडणवीस और ओवैसी के बीच जंग काफी दिलचस्प है। दरअसल, महाराष्ट्र में फडणवीस का मुकाबला महा विकास अघाड़ी से है और सरकार या तो महायुति की बन सकती है या महा विकास अघाड़ी की। ओवैसी की पार्टी महाराष्ट्र में केवल 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

AIMIM ने मुस्लिम बहुल सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। ओवैसी उन्हीं सीटों के प्रचार के लिए मुंबई में रैलियां कर रहे हैं। एक तरफ जहां ओवैसी मुस्लिम वोटरों को रिझाने में जुटे हैं तो दूसरी तरफ फडणवीस ध्रुवीकरण के लिए वोटरों को सावधान कर रहे हैं।

‘वोट जिहाद का जवाब धर्म युद्ध से दिया जाएगा’

फडणवीस ने वोट जिहाद का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं, और न ही हमने कभी धर्म की बात की है। हम हमेशा न्याय की बात करते हैं और सभी धर्मों और जातियों के लिए योजनाएं लाए हैं।

लेकिन अगर यहां पर वोटों के जरिए जिहाद की बात की जाएगी, तो हम उसका जवाब वोटों के धर्म युद्ध से देंगे। यह कौन सा वोट जिहाद चल रहा है? वक्फ बोर्ड को 10 हजार करोड़ रुपये देने की बात की जा रही है। यह क्या हो रहा है?’

‘छत्रपति शिवाजी के वंशज लाचारी सहन नहीं करेंगे’

महा विकास अघाड़ी पर मुस्लिम वोटों के लिए झुकने का आरोप लगाते हुए फडणवीस ने कहा, ‘यहां पर 2012 से 2024 तक हुए जितने भी दंगे हुए, उन दंगों में जिन मुसलमानों को आरोपी बनाया गया, उनके सारे आरोप वापस लेने की डिमांड रखी जा रही है। यह कौन सी डिमांड है? शर्म आनी चाहिए।

महाविकास अघाड़ी वाले लिखित में यह बातें मुझसे कहते हैं, और मेरे पास उनके पत्र भी हैं। अगर महाविकास अघाड़ी के लोग लिखकर कहेंगे कि “हमें मंजूर है”, तो ये उनकी लाचारी को दिखाता है। लेकिन हम छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज हैं, और यह लाचारी हम सहन नहीं करेंगे।’

ओवैसी ने भी फडणवीस को दिया करारा जवाब

फडणवीस ने आरोपों पर AIMIM सुप्रीमो ओवैसी ने करारा जवाब दिया। ओवैसी ने कहा कि फडणवीस जिहाद के मायने नहीं जानते इसीलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह से वोट जिहाद का मतलब बताने को कहा और दावा किया कि तीनों मिलकर उनका मुकाबला नहीं कर सकते।

इसलिए अब वोट जिहाद की बातें कर रहे हैं। ओवैसी ने उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वक्फ बिल पर संसद में चर्चा के दौरान उद्धव ठाकरे के सांसद गायब थे। हालांकि असदुद्दीन ओवैसी के निशाने पर सबसे ज्यादा फडणवीस ही रहे।

‘तीनों मिलकर मेरी जुबान का मुकाबला नहीं कर सकते’

फणनवीस पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ‘आपके महाराष्ट्र के डिप्टी चीफ मिनिस्टर देवेंद्र फडणवीस औरंगाबाद में आकर बोले, सुन ले असदुद्दीन ओवैसी…, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि सुनो देवेन्द्र फडणवीस, तुम अमित शाह और मोदी तीनों बैठकर भी मेरी जुबान का मुकाबला नहीं कर सकते।

याद रखो, तुम लोग वोट जिहाद की बात कर रहे हो, लेकिन कल तक तो लव जिहाद, फिर जमीन जिहाद, फिर जॉब जिहाद की बात हुई थी, अब और जिहाद? अच्छा मोदी जी, बताइए वोट जिहाद का डिफिनेशन क्या है? अमित शाह, तुम भी बताओ, वोट जिहाद का क्या मतलब है?’

‘अरे फडणवीस, तुम कब तक हिंदू-मुस्लिम का खेल खेलोगे?’

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पर हमला जारी रखते हुए फडणवीस ने कहा, ‘तुम लोग अयोध्या में हार गए थे, और अब यह वोट जिहाद की बातें कर रहे हो। फडणवीस कह रहे हैं कि धर्मयुद्ध होगा, लोकतंत्र में धर्मयुद्ध होगा! अरे फडणवीस, तुम कब तक हिंदू-मुस्लिम का खेल खेलोगे? तुमने क्या काम किया, बताओ तो सही।

तुमने क्या हासिल किया? तुमने तो डाका डाला, MLA को लूटने के लिए, MLA की चोरी की। तुम सत्ता में नहीं आए, बल्कि सत्ता को छीन लिया। अब तुम बोल रहे हो, ओ सुनो ओवैसी… मैं कहता हूं, सुनो फडणवीस, तुम जिहाद के मायने नहीं जानते।’

कहां से हुई दोनों में सियासी जंग की शुरुआत?

ओवैसी और फडणवीस के बीच जुबानी जंग की शुरुआत औरंगाबाद में फडणवीस की रैली से हुई थी, जहां उन्होंने ‘वोट जिहाद’ का मुद्दा उठाया और ‘धर्मयुद्ध’ से इसका जवाब देने की बात की थी। इस बयान के बाद ओवैसी ने पलटवार करते हुए सवाल किया कि अगर यह धर्मयुद्ध है, तो बीजेपी अयोध्या का चुनाव कैसे हार गई?

इसके बाद दोनों के बीच जुबानी जंग का दूसरा राउंड शुरू हो गया। फडणवीस ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए औरंगजेब का मुद्दा उठाया, और कहा कि ओवैसी जैसे नेता उस आक्रमणकारी मुग़ल शासक की महिमा मंडन करते हैं, जबकि ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निजी अटैक किया। इसके बाद लड़ाई बढ़ती गई।