विश्व बैंक ने भारत के लिए 6.7% की वृद्धि का अनुमान व्यक्त किया
” विश्व बैंक ने वैश्विक आर्थिक सम्भावना-जीईपी रिपोर्ट के इस वर्ष के जनवरी संस्करण में कहा है कि अगले दो वित्त वर्षों में भारत दुनिया में सबसे तेज गति से विकसित हो रही बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा”
विश्व बैंक ने वैश्विक वृद्धि दर 2.7% को पीछे छोड़ते हुए भारत के लिए 6.7% वृद्धि दर होने का अनुमान व्यक्त किया है। विश्व बैंक ने वैश्विक आर्थिक सम्भावना-जीईपी रिपोर्ट के इस वर्ष के जनवरी संस्करण में कहा है कि अगले दो वित्त वर्षों में भारत दुनिया में सबसे तेज गति से विकसित हो रही बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
जीईपी रिपोर्ट जनवरी 2025 में इस असाधारण वृद्धि दर के बने रहने के लिए सेवा क्षेत्र में तेज गति से विकास और विनिर्माण आधार के बढ़ने के साथ सरकार की सुधारात्मक उपायों को श्रेय दिया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के साथ कर व्यवस्था को आसान बनाने सम्बंधी उपायों से घरेलू बाजार में तेज गति से वृद्धि हो रही है और भारत दुनिया की आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में सबसे मजबूत होकर उभरा है। रिपोर्ट में यह अनुमान भी व्यक्त किया गया है कि अगले वर्ष चीन की आर्थिक वृद्धि दर घटकर 4% पर रह जाएगी।
विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले दिनों में सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर शानदार बने रहने के आसार हैं, जबकि विनिर्माण गतिविधियां मजबूत होंगी। इसमें यह भी कहा गया है कि कम मुद्रा स्फीति दर, आसानी से ऋण उपलब्धता में वृद्धि और मजबूत श्रम बाजार से देश में निजी खपत बढे़गी।
गौरतलब है कि विश्व बैंक की रिपोर्ट के साथ अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष- आईएमएफ, विश्व आर्थिक आउटलुक- डब्ल्यू ई ओ ने भी भारत में मजबूत आर्थिक वृद्धि दर बने रहने का अनुमान जताया है। आईएमएफ ने वित्तवर्ष 2025-26 के दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.5% रहने का अनुमान व्यक्त किया है।