UN में कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की घनघोर बेइज्जती, करीबी दोस्त तुर्किए ने भी मुंह मोड़ा
संयुक्त राष्ट्र (UN) में कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को एक और करारा झटका लगा है, जहां उसके करीबी सहयोगी तुर्किए ने भी इस मामले से दूरी बनाने का संकेत दिया है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि पाकिस्तान के कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन में कमी आई है।
तुर्किए का रुख
- कश्मीर पर तुर्किए की चुप्पी:
- पाकिस्तान ने लंबे समय से कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का प्रयास किया है, लेकिन तुर्किए ने हालिया UN सत्र में इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से परहेज किया। यह संकेत करता है कि तुर्किए अब पाकिस्तान के साथ इस संवेदनशील मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से खड़ा नहीं होना चाहता।
- पाकिस्तान की असहमति:
- तुर्किए के इस रुख से पाकिस्तान में निराशा और असहमति की लहर दौड़ गई है। पाकिस्तानी नेताओं ने तुर्किए के इस व्यवहार को अपने लिए बड़ा झटका माना है, जो पहले उनके करीबी साथी के रूप में दिखता था।
UN में पाकिस्तान की स्थिति
पाकिस्तान ने UN में कश्मीर मुद्दे को उठाने का प्रयास किया, लेकिन विश्व स्तर पर उसके प्रयासों को अधिक समर्थन नहीं मिल रहा है। कई देशों ने इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है कि यह एक द्विपक्षीय मामला है और इसे भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन की कमी
पाकिस्तान के लिए यह स्थिति चिंता का विषय है, क्योंकि इसके करीबी सहयोगी भी अब इस मुद्दे पर खुलकर उसका समर्थन नहीं कर रहे। यह दर्शाता है कि पाकिस्तान की कूटनीतिक स्थिति कमजोर हो रही है और उसे वैश्विक मंचों पर अधिक समर्थन की आवश्यकता है।