पटना – जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस
“पटना , 20 जनवरी (पीबीएनएस) जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस “
राहुल गांधी द्वारा जातीय जनगणना को फर्जी बताए जाने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस । नितीश निश्चित जनता का विश्वास पर नीतीश कुमार ने जाति है सर्वे कराया । महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर इसकी रिपोर्ट जारी की गई । राहुल गांधी बेचैन आत्मा है और बिहार के कांग्रेसियों को बेचारा बनाकर रखा है । राहुल गांधी कहते हैं की जाति जनगणना गलत है सर्वदलीय बैठक में कैसे हिस्सा लिया ।
कांग्रेस के नेता बिहार के जो हैं उनके जमीर नहीं जागी और उसका विरोध नहीं किया । लालू यादव और तेजस्वी ने राहुल गांधी से क्यों नहीं पूछा जाती सर्वे को फर्जी बताया तो । तेजस्वी यादव फर्जी सर्वे का श्रेय ले रहे थे । देश में नजीर पेश किया है जातीय जनगणना कराकर बिहार में । वाम दलों के नेता क्या अज्ञानी है कि उन्हें जातीय जनगणना सही लग रहा है । कांग्रेस हमेशा आरक्षण का विरोधी रहा है ।
मंडल कमीशन की रिपोर्ट को राजीव गांधी ने कीड़ा का डब्बा कहा था । कर्नाटक में जाति जनगणना हुई कांग्रेस के कार्यकाल के समय मै कर्नाटक की सरकार जब कांग्रेस में थी 2014 में अधिसूचना जारी की जातीय जनगणना करने की सर्वे का पूरा खर्च 179 करोड रुपए आया था । कर्नाटक सरकार ने 2016 में रिपोर्ट सार्वजनिक करने के बाद का हिस्ट्री जो आज तक नहीं हुई ।
नीतीश कुमार के बेहतर काम की प्रशंसा भी कर देते । कर्नाटक में दलित समाज की संख्या सबसे ज्यादा है दूसरे नंबर पर मुस्लिम थी जाति संख्या में कर्नाटक में दलित और मुस्लिम की संख्या ज्यादा होने से कर्नाटक में जाति जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई । दलित और मुस्लिम के हिस्सेदारी पर कांग्रेस चुप हो जाती है ।
इसीलिए रिपोर्ट को छुपा कर रखा दलित और मुसलमान के साथ धोखेबाजी की कर्नाटक में लिंगायत और डॉकलिंगा की संख्या कम होने का बावजूद भी राजनीतिक पर दबदबा है । कांग्रेस नहीं चाहती है दलित और मुस्लिम का दबदबा न हो जाए इसलिए रिपोर्ट जारी नहीं की।राहुल गांधी को मैं चुनौती देता हूं मंडल कमीशन को राजीव गांधी ने कूड़े का डब्बा कहा था इसके लिए माफी मांगे ।
बिहार का जाति सर्वे रिपोर्ट फर्जी है तो कर्नाटक में जाति जनगणना क्या है । एक तरफ राहुल गांधी दूसरी तरफ महागठबंधन के सभी घटक दल के नेता कौन अज्ञानी है । राहुल गांधी जातीय जनगणना को फर्जी बताते हैं महागठबंधन के सभी घटक दल एक मंच पर आकर इसका समर्थन किया ।