लाहौल के बिलिंग गांव में धूमधाम से मनाया गया गोची उत्सव
” जिला मुख्यालय केलांग के समीप स्थित बिलिंग गांव में इस साल भी गोची उत्सव हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। यह उत्सव आमतौर पर पुत्र के जन्म पर मनाया जाता है, लेकिन इस वर्ष गांव में किसी भी घर में पुत्र का जन्म नहीं हुआ, फिर भी गोची उत्सव का आयोजन विशेष धूमधाम से हुआ”
इस मौके पर गांव के ईष्ट देवता अठारह नाग की पूजा विधि-विधान से की गई और देव वाणी के रूप में ग्रेक्स गायन का आयोजन भी हुआ।
गांव के लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा में ढोल-नगाड़ों के साथ उत्सव स्थल की ओर बढ़े, जहां बैल के प्रतीक चिन्ह पर तीर से निशाना साधा गया।
वहीं, गांववासियों का कहना है कि गोची उत्सव चाहे पुत्र का जन्म हो या न हो, हर साल मनाया जाता है। यदि किसी घर में बेटे का जन्म होता है, तो उत्सव की रौनक और भी बढ़ जाती है।
लाहौल घाटी में सर्दियों के मौसम में जब जीवन कठिन हो जाता है, तब ये उत्सव स्थानीय लोगों के बीच नई ऊर्जा और उल्लास का संचार करते हैं।