अंडमान क्लब में ऐतिहासिक ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित
“द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान तिरंगा फहराने की याद में आयोजन”
अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में ऐतिहासिक प्रथम ध्वजारोहण की स्मृति में आज अंडमान क्लब में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है, जब इस द्वीपसमूह पर पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था, जो देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान स्वतंत्रता और एकता की भावना का प्रतीक है।
इस अवसर पर दक्षिण अंडमान ज़िला उपायुक्त अर्जुन शर्मा ने नेताजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में प्रशासन के अधिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रीय सेवा के सदस्यों और आम जनता ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
समारोह के दौरान प्रथम ध्वजारोहण के ऐतिहासिक महत्व और भारत की स्वतंत्रता में योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों पर प्रकाश डाला। राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों की स्मृति में मौन रखा गया। ये दिन भारत के स्वतंत्रता संग्राम में द्वीपसमूह की स्थायी विरासत की याद दिलाता है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने दिसंबर उन्नीस सौ तैंतालीस में अपनी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान द्वीपों को औपनिवेशिक शासन से आज़ादी पाने वाला पहला भारतीय क्षेत्र घोषित किया था और तिरंगा फहराया था। यह आयोजन हर वर्ष नागरिकों में देशभक्ति और सामूहिक गौरव की भावना को प्रेरित करता है तथा स्वतंत्रता और एकता के मूल्यों के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में कार्य करता है, जो भारत को एक राष्ट्र के रूप में परिभाषित करते हैं।