हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर: अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट
“अडानी समूह के शेयरों में गिरावट, निवेशकों के बीच बढ़ी चिंता”
हाल ही में अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। यह गिरावट मुख्यतः हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट के बाद शुरू हुई, जिसमें अडानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए गए हैं।
प्रमुख घटनाक्रम:
- हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट: हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं और कॉर्पोरेट गवर्नेंस में खामियों के आरोप लगाए हैं। इस रिपोर्ट के बाद निवेशकों में चिंता बढ़ी है, जिससे शेयरों में बिकवाली का दबाव देखा गया।
- शेयरों में गिरावट: अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 7% तक की गिरावट दर्ज की गई है। अडानी टोटल गैस, अडानी पावर, अडानी विल्मर, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में भी 3% से 5% तक की गिरावट देखी गई है।
- निवेशकों को नुकसान: शेयरों में इस गिरावट के कारण निवेशकों को लगभग 53,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अडानी समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर 16.7 लाख करोड़ रुपये रह गया है।
पिछली घटनाओं का प्रभाव:
जनवरी 2023 में भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिससे समूह को 150 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ था। इस बार भी निवेशकों में उसी प्रकार की चिंता देखी जा रही है।
निष्कर्ष:
अडानी समूह के शेयरों में हालिया गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी निवेश निर्णय से पहले विशेषज्ञ सलाह लेनी चाहिए।