श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके बोले- भारत-चीन के बीच पिसना नहीं चाहते, दोनों देशों से हमारी दोस्ती
श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने हाल ही में एक बयान में कहा कि उनका देश भारत और चीन के बीच की टकराव की स्थिति में “पिसना” नहीं चाहता। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रीलंका दोनों देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत रखने की कोशिश करेगा और किसी एक के पक्ष में नहीं जाएगा।
दोस्ती का महत्व
राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा, “हमारी दोस्ती भारत और चीन दोनों देशों के साथ महत्वपूर्ण है। हम अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हुए, दोनों देशों के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहते हैं।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि श्रीलंका को किसी एक देश का समर्थन करने के बजाय, संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।
क्षेत्रीय स्थिरता
दिसानायके ने कहा कि श्रीलंका क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों बड़े देश इस बात को समझेंगे और सहयोग करेंगे ताकि छोटे देशों की चिंताओं का समाधान हो सके।
आर्थिक सहयोग
राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि श्रीलंका भारत और चीन दोनों से आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत करना उनके देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।