लेबनान पर इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों से टेंशन में दुनिया! फ्रांस, रूस, अमेरिका समेत क्या कह रहे मुस्लिम देश?
हाल ही में इजरायल द्वारा लेबनान पर किए गए ताबड़तोड़ हवाई हमलों ने वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ा दिया है। इस स्थिति ने न केवल लेबनान बल्कि क्षेत्र के कई देशों को चिंतित कर दिया है। विभिन्न देशों और संगठनों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह मुद्दा कितनी गंभीरता से लिया जा रहा है।
इजरायल के हमलों का संदर्भ
- हमलों का उद्देश्य:
- इजरायल ने ये हमले हिजबुल्लाह के खिलाफ किए, जो कि लेबनान में एक प्रमुख शिया राजनीतिक और सैन्य संगठन है। इस संघर्ष ने क्षेत्र में युद्ध के खतरे को बढ़ा दिया है।
- क्षेत्रीय स्थिति:
- इजरायल के हमलों ने लेबनान में मानवीय संकट को बढ़ा दिया है, जहां पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियां चल रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
- फ्रांस:
- फ्रांस ने इजरायल के हमलों की कड़ी निंदा की है और संघर्ष को समाप्त करने के लिए सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने स्थिति को सामान्य करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया है।
- रूस:
- रूस ने भी इजरायल के हमलों को अस्वीकार्य बताया है और कहा है कि इससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा पहुंच सकता है। रूस ने सभी पक्षों को बातचीत के माध्यम से विवाद को सुलझाने की सलाह दी है।
- अमेरिका:
- अमेरिका ने इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है, लेकिन साथ ही उन्होंने क्षेत्र में हिंसा को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया है। अमेरिकी अधिकारियों ने सभी पक्षों को संयम बरतने की सलाह दी है।
- मुस्लिम देश:
- कई मुस्लिम देशों ने इस स्थिति की निंदा की है। ईरान ने इजरायल के हमलों को आतंकवाद करार दिया और लेबनान के प्रति समर्थन व्यक्त किया। वहीं, तुर्की ने भी इजरायल के आक्रमणों को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है।