लेबनान को दूसरा गाजा बनने से रोकने की कोशिश: सऊदी और ईरान के विदेश मंत्रियों की मुलाकात, इजरायल की बढ़ेगी टेंशन
सऊदी अरब और ईरान के विदेश मंत्रियों के बीच हाल ही में हुई मुलाकात ने मध्य पूर्व की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। दोनों देशों के नेताओं ने लेबनान को “दूसरा गाजा” बनने से रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया है। इस स्थिति से इजरायल की चिंताएँ बढ़ने की संभावना है, जो क्षेत्र में बढ़ती गतिविधियों को लेकर सजग है।
मुलाकात का उद्देश्य
सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान और ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने लेबनान में मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि अगर लेबनान में हालात और बिगड़ते हैं, तो इसका गंभीर प्रभाव न केवल लेबनान, बल्कि पूरे क्षेत्र पर पड़ेगा। उनकी कोशिश है कि किसी भी प्रकार की संघर्ष की स्थिति को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास किए जाएं।
इजरायल की चिंताएँ
इस मुलाकात के बाद इजरायल की सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं। इजरायल का मानना है कि अगर लेबनान में स्थिति और बिगड़ती है और हिजबुल्लाह जैसे समूहों का प्रभाव बढ़ता है, तो यह उनके लिए एक गंभीर खतरा बन सकता है। इजरायल के सुरक्षा अधिकारी इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि कैसे इस नए राजनीतिक समीकरण से निपटा जाए।
क्षेत्रीय स्थिरता की दिशा में कदम
सऊदी और ईरान की इस बैठक को क्षेत्रीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग से यह संकेत मिलता है कि वे युद्ध की स्थिति को टालने के लिए एक साथ काम करने के लिए तैयार हैं। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है और विभिन्न समूहों के बीच की स्थिति और भी जटिल होती जा रही है।