“देवउठनी एकादशी पर प्रयागराज के बलवा घाट पर तुलसी विवाह और स्नान की परंपरा”
तीर्थ पुरोहित गणेश प्रसाद मिश्रा का कहना है कि देवोत्थान एकादशी व्रत और स्नान करने से पूरे एक साल का अनुष्ठान पूरा होता है। आज के दिन बलुआ घाट में यमुना नदी का स्नान करके तुलसी जी का पूजन करने की मान्यता है।