प्रधानमंत्री मोदी: समाधान केंद्रीत शासन एनडीए सरकारों की पहचान है
“प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि सुचारू शासन, तेजी से निर्णय लेने और शासन में पारदर्शिता ने निवेशकों को आकर्षित करने और एनडीए शासित राज्यों में निवेश करने में मदद की है”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सुचारू शासन, तेजी से निर्णय लेने और शासन में पारदर्शिता ने निवेशकों को आकर्षित करने और एनडीए शासित राज्यों में निवेश करने में मदद की है। चंडीगढ़ में कल एनडीए नेताओं की बैठक को प्रधानमंत्री ने संबोधित किया था।
इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार आम नागरिकों की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा कर रही है और अंतिम छोर तक सेवा प्रदान करना एनडीए सरकार की विशिष्टता रही है। इससे 2014 से सरकार के प्रति जनता में विश्वास कायम करने में मदद मिली है।
इस तथ्य पर प्रकाश डालते हुए कि सुशासन का अर्थ अंततः लोगों की समस्याओं का समाधान खोजना है, उन्होंने कहा कि शिकायत निवारण पर ध्यान देने वाला समाधान-केंद्रित शासन सभी एनडीए राज्य सरकारों की एक विशिष्ट पहचान है।
श्री मोदी ने जन-हितैषी, सक्रिय सुशासन (पी2जी2) की अवधारणा पर विस्तार से चर्चा की। हरियाणा में जीत को महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक बताते हुए श्री मोदी ने कहा कि एनडीए ने समाज के सभी वर्गों का विश्वास और समर्थन हासिल किया है।
इस दौरान भारतीय संविधान के निर्माण की 75वीं वर्षगांठ को ‘संविधान का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाने के विषय पर एक और प्रस्ताव भी पारित किया गया।
बैठक के दौरान वर्ष 2025 को लोकतंत्र की हत्या के 50वें वर्ष के रूप में मनाने का संकल्प भी पारित किया गया। इसके अलावा भगवान बिरसा मुंडा और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती और अगले वर्ष अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी मनाने का भी संकल्प लिया गया।